आंतरराष्ट्रीय महिला दिन

आज हम जानेगे की आंतरराष्ट्रीय महिला दिन क्यों बनाया जाता है हर साल ८ मार्च को महिला दिन मनाया जाता है। पुरे विश्व में महिलाओंके प्रति प्रेम , प्रशंसा ,सन्मान प्रगट करे हुए महिला दिन मनाया जाता है। महिलाओने आर्थिक , सामाजिक , राजनितिक उपलभ्दीयों अवं कठिनाइयों की सापेक्षता के उपलक्ष में उत्सव के तौर पर मनाया जाता है।

महिलाओंकी इसी भागीदारी को बढ़ने और अपने अधिकारों से अनजान महिलाओं को जागरूक करने व् उनके जीवन में सुधर करने के उद्देश्य से यह दिन मनाया जाता है।

 

अंतरराष्ट्रिय महिला दिवस सबसे पहले कब मनाया गया ?

अमेरिका के सोशलिस्ट पार्टी के आव्हान पर सबसे पहले अंतरराष्ट्रिय महिला दिवस  २८ फरवरी १९०९ में मनाया गया था।  उस समय उसका प्रमुख धेय महिलाओंको वोट देने का अधिकार दिलवाना था , क्यूंकि उस समय ज्यादातर देशोंमें महिलाओंको वोट देने का अधिकार नहीं था १९७५ में संयुक्त राष्ट्र संघ ने एक थीम के साथ इसे मानना शुरू किया तब इसे आधिकारिक मान्यता दी गई।

 

पाहिले अंतरराष्ट्रिय महिला दिन की थीम क्या थी ?

अंतरराष्ट्रिय  महिला दिन के मौके पर अलग अलग थीम होती है। अंतरराष्टीय महिला दिवस की पहली थीम

“सेलिब्रेटिंग द पास्ट , प्लानिंग फॉर द फ्यूचर ” यह थी।

 

अंतर राष्ट्रिय महिला दिवस २०२२ की थीम

“Gender equality today for a sustainable tomorrow” यह है।

 

महिला दिवस का उद्देश्य और महत्व

आज की महिलाये राष्ट्र निर्माण का एक अहम् हिस्सा बन चुकी है। सैन्य दल ,डॉक्टरेट ,वकील ,हाउसवाइफ , परदेस मंत्री ये सारे पद अब एक महिला बहोत ही अच्छे तरीकेसे निभा रही है। पर समाज का कुछ हिस्सा आज भी ऐसा है जहा उनको शिक्षित नहीं किया जाता।

भलेही आज दुनिया के तमाम देश और हमारा समाज अधिक जागरूक है लेकिन महिलाओंके अधिकारों और हक़ की लड़ाई अभी भी जारी है। कई मामलो में महिलाओं को आज भी सामान सन्मान और अधिकार नहीं मिले है।  महिलाओं के प्रति इन्ही अधिकार और सन्मान के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल अंतर राष्ट्रिय महिला दिवस मनाया जाता है।

 

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